Wednesday, October 26, 2011

मुर्ख हैं जो हिंदू होकर Say No to Crackers बोलते हैं

कैसा लगता है आपको जब कोई आपको यह ज्ञान देता है कि दीपावली पर पटाखे मत चलाइए ? कैसा लगता है जब आपका सारा मिडिया यही बात चिल्लाता रहता है कि दीपावली पर पटाखे मत चलाइए ।

कोई यह कहता है कि पटाखे चलाना हमारी से हमारी संस्क्रती दूषित होती है। मैं समझ नहीं  पा रहा हूँ कि पटाखे चलाने, आतिशबाजी करने से कैसे हमारी संस्क्रती प्रदूषित होती है।

आज आपको कोई पटाखे के प्रदुषण समझा रहे हैं कल आपको दीपक से भी होने वाला प्रदुषण समझायेंगे।

इस चर्च के मिडिया को समझिए .. खूब पटाखे चलाइए ..

खूब आनंद उठाइए

खूब आतिशबाजी करिये

ट्रेन में सफर करते वक्त भी तो बच्चो का ध्यान रखते हैं न ?

दशहरा देखने जाते हैं तब भी तो बच्चो का ध्यान रखते हैं ना ?
बच्चो के आतिशबाजी चलाते समय उनका ध्यान रखिये।

श्री राम के अयोध्या लौटने का उत्सव मानिए, दीप जलाइए और अच्छे से पटाखे चलाते हुए दीपावली मानिए।

यह देखिये किस तरह पुरे विश्व में पटाखे चलाकर दीपावली मनाई जाती है



१ अटलांटा में मनाई जा रही दीपावली 

[youtube]Gu2Yv1OI2jw[/youtube]





२ लन्दन में मनाई जा रही दीपावली 

[youtube]llK2jOjbAXs[/youtube]





३ न्युयोर्क मेन्हेटन में दीपावली पर आतिशबाजी 

[youtube]4ZPXLw2_zU4[/youtube]





४ शिकागो में दीपावली कि आतिशबाजी 

[youtube]_tNNOdLGW-U[/youtube]





५ लन्दन में दीपावली पर आतिशबाजी 

[youtube]uhIWiVAmgAw[/youtube]





किसी ने कभी किसी को  क्रिसमस और ३१ दिसंबर पर आतिशबाजी का विरोध करते देखा है क्या ?

जानते है क्रिसमस और ३१ दिसंबर को कितनी आतिशबजी होती है ?

किसी देश का मिडिया इन दोनों दिन प्रदुषण व्रादुष्ण जैसी फ़ालतू बात नहीं |
तो क्या हमें आतिशबाजी न करने कि सलाह देने वालों में ज्यादा दिमाग आ गया है |

मेरे भाइयों खूब पटाखे चलाओ और खुशियोंसे हमर त्यौहार मनाओ



जय श्री राम



जाते जाते सिडनी आस्ट्रेलिया में आतिशबाजी का एक विडियो देखिये जो कि दीपावली का नहीं है मगर इसकी आतिशबाजी देखिये



[youtube]p2a7lpPumzw[/youtube]



17 comments:

  1. मुर्ख हैं जो हिंदू होकर Say No to Crackers बोलते हैं | Yugals State...

    कैसा लगता है आपको जब कोई आपको यह ज्ञान देता है कि दीपावली पर पटाखे मत चलाइए ? कैसा लगता है जब आपका सारा मिडिया यही बात चिल्लाता रहता है कि दीपावली पर पटाखे मत चलाइए ।...

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  2. चलिए हम मूर्ख ही सही... आपकी पोस्ट पढ़कर ऐसा लगा, सारी दुनिया कुएं में कूद रही है चलो हम भी कूदते हैं.... अब ज्यादा क्या बोलूँ, गधे हैं ऐसे लोग जो पढ़े लिखे होने के बावजूद ऐसी बातें करते हैं.....

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  3. Yugal "युगल मेहरा"Wednesday, October 26, 2011 10:53:00 AM

    आतिशबाजी करना आप जैसे मूर्खो के लिए कुए में कूदना होता होगा हमारे लिए नहीं |
    हमारे लिए आतिशबाजी करना हमारी खुशियों का प्रदर्शन करना है
    खुशिया मनाने का एक तरीका है आतिशबाजी
    क्या कभी क्रिसमस पर भि ऐसे ही विरोध किया है ?
    घर में बच्चा होने कि खुशी में नहीं चलाते क्या आतिशबाजी ?
    शादी समारोह में नहीं चलाते क्या आतिशबाजी ?
    कभी किसी नेता के चुनाव् जितने पर होने वाली आतिशबाजी का विरोध किया है क्या ?

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  4. अबे शेखर क्या कह रहा है
    कल को होली पे रंग डालने को मना करेगा . वहाँ पर तेरे जैसा पानी बचाने के लिए कहेगा

    यहाँ पाताखे फोड़ने कि मन कर रहा है और घर जाके खुद ही फोड़ेगा

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  5. यहा नेट पर भी कुछ डेढ़ बुद्धि के धनी पटाखो से होने वाली हानी,और खर्च के ऊपर अनुसंधान कर रहे है तो,
    जिन लीचड़ो को पानी या चूने का रासायनिक सूत्र नहीं पता वो भी वैज्ञानिको के बाप बनते हुये छाती पीट पीट के चिल्ला रहे है कि पटाखो से ध्वनि प्रदूषण होगा, वायु प्रदूषण होगा ..... ये होगा वो होगा
    लेकिन बकरीद के दिन ....हर मीडिया चेनल पर हर थोड़ी देर में हॅप्पी ईद लिखा आता है और यही सब डेढ़ बुद्धि के धनी हॅप्पी ईद हॅप्पी ईद कहते हुये फूले नहीं समाते ...
    और ये सब हिन्दू ही होते है ....इसे कहते है .... अपने बाप में दोष निकालते हुये , पड़ोसी को अपना धर्मपिता घोषित करके उसका सरनेम अपने नाम के आगे लगा लेना......डूब मरो जाकर कही ......
    में पटाखे नहीं छोड़ता .....पर इस बार जरूर छोडुंगा ....और जो भी छोड़ता है खुलके छोड़े....... अगर प्रदूषण होगा भी तो तुम्हें नहीं बल्कि इन दोगले दुष्टो के लिए ही हानिप्रद सिद्ध होगा..... जय जय श्री राम
    आप सभी को दीपावली की हार्दिक एवं आत्मिक शुभकामनाए ...... जय श्री राम

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  6. हमे किसी दुसरे धर्म का अंधानुकरण नहीं करना है। क्योंकी हिन्दु धर्म स्वच्छ पर्यावरण का आग्रही है। जहां तक दीये, यज्ञ आदी की बात है, उसमें गाय का घी प्रयोग होता है, जिससे वातावरण साफ होता है। लेकिन पटाखो में ईस्तेमाल किये जानेवाला पोटाश ज़हर होता है।

    और हां, फेसबुक में "वसुधैव कुटुम्बकम्‌" आई डी का सही नाम जोषी पथिक है।

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  7. अरे तो कीजिये न आतिशबाजी किसने मना किया आपको, जो नहीं कर रहे हैं उनको क्यूँ मुर्ख कह रहे हैं, अब दुनिया क्या करती है उससे मुझे क्या, हम तो भाई नहीं फोड़ेंगे और अपने शुभचिंतकों को मना भी करेंगे.... और ये नीचे जो महाशय आये हैं नाम तो है ज्ञानेश, वाह वाह.... और इतनी शालीनता भरी बोली बोल रहे हैं कि क्या कहने.... काफी ज्ञानी महापुरुष मालूम होते हैं, अब जहाँ तक रही हिन्दू होने कि बात तो ये कोई बारहवीं का विषय तो था नहीं कि आपने खुद चुना है, हिन्दू घर में पैदा हुए तो हिन्दू हो गए, मुसलमान के यहाँ पैदा होते तो मुसलमान होते.... अब जो खुद बा खुद आपके पास आ गया उसपर इतना क्या इठलाना...

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  8. Uchh Vichar Shekhar ji....

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  9. Aapka Naam toh Gyanesh Paandey h par Panditya ki, Brahma ki batein bhul kar Nishchit hi KaramKaando me fans kar rh gye hain... Kal jb Paani nhi hoga ghar me toh khoge ye Gaanv ke log bda pani waste krte hain.. jbki Sachhai ye h ki Prakrati ko Nuksaan pahuchane me aap jeso ka hi number phle h... Rhi yha Updesh deke ghar jake patakhe fodne ki toh pichhle 6 saal se patakhe nhi jlaye hain.. Pranam !!!

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  10. Yugal "युगल मेहरा"Wednesday, October 26, 2011 6:22:00 PM

    हिंदू धर्म के सभी पर्व प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समाज के सभी वर्गों को वर्ष पर्यंत रोजगार देते हैं, तथा सभी तीर्थ भारत के सभी प्रान्तों के लोगों को एक दूसरे से जोड़ते हैं और ये सकारात्मक पक्ष कुछ तथाकथित ज्ञानियों को दिखाई नहीं देता हैं और लग जाते हैं हर पर्व में कुछ न कुछ कमियां निकाकर उपदेश देने में |
    इस सम्बंध में एक बहुत ही प्रचलित कहावत है हिंदू समाज में
    "थोडा पढ़ा हल से गया - ज्यादा पढ़ा घर से गया"

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  11. Yugal "युगल मेहरा"Wednesday, October 26, 2011 6:22:00 PM

    बहुत ही सटीक और करार जवाब जिया आपने

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  12. आपकी कहावत आप पर ज्यादा चरितार्थ होती दिख रही है.... जहाँ तक रही मुसलमानों की बात तो हम तो पहले अपने अन्दर की खामियां ढूँढ़ते हैं, पहले अपना घर साफ़ कर लिया जाए फिर दूसरों की बात करेंगे....

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  13. आज पटाखे फोड़ने कि मना करता है कल बोलेगा होली में रंग मत लगाना
    और एक बात और जिंदगी में याद रख ले कि कभी कि किसी उंसकी कमियों को समझाना मत .. क्योंकि तुमने ही कहा है कि पहले अपने अंदर कि कमियां ढूँढो .. वाह रे

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  14. Yugal "युगल मेहरा"Friday, October 28, 2011 8:52:00 AM

    जब आप लोगों के तर्क खत्म हो जाते हैं तब आप हिंदू मुसलमान करने लग जाते हैं
    अभी तक मैंने इस पोस्ट में मुसलमान शब्द का प्रयोग किया ही नहीं था फिर कहाँ से आप ज्ञान दे लगे

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  15. Yugal "युगल मेहरा"Friday, October 28, 2011 8:56:00 AM

    बहुत करारा जवाब दिया भाई

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  16. अबे शेखर कही तू कोई सेकुलर तो नहीं है या किसी देशद्रोही ने फर्जी नामे से Id बनाकर कमेन्ट किया है,,,,, हिन्दू धर्म का नाश करने वालो को मुहतोड़ जवाब दिया जायेगा,,,,,,, छुपकर वर करने वाले सामने आ...

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  17. ये जितने भी हिदू धर्म के ढोंगी है,,,, सभी इन्टरनेट पर सक्रिय हो गए है,,, और हिन्दुओ का विरोध कर रहे है,,,,, इन शेखर जैसे लोगो का मुकाबला करना ही होगा..... जागो हिन्दू जागो

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