Friday, March 02, 2012

कैंसर और मोटापे की आसान रोकथाम और उपचार है अलसी का तेल

कच्ची घाणी से निकला हुआ अलसी का तेल कैंसर के बचाव मे कारगर सिद्ध हो रहा है। इस बारे मे मैं पहले भी लिख चुका हूँ। अलसी के तेल और कॉटेज पनीर के मिश्रण का सेवन कैंसर से निजात दिलाने मे बहुत सहायक हो रहा है।
मैंने अपनी पिछली पोस्ट मे बताया था की किस प्रकार अलसी का तेल और पनीर का मिश्रण के रसायन क़ैसर का समाधान करते हैं।
पिछली पोस्ट पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करिए
आज मैं आपको घर मे इस मिश्रण को बताने की विधि बताऊंगा। यह मिश्रण कैंसर ही नहीं बल्कि मोटापे की रोकथाम मे भी बहुत सहायक है। मेरा स्वयं का वजन काफी बढ़ गया था, मैंने भी इस मिश्रण का सेवन किया और काफी बदलाव महसूस किया, लेकिन लापरवाही के कारण लगातार इस मिश्रण का उपयोग नहीं कर पाया।
अब मैंने निश्चय किया है की रोज नियमित रूप से इस मिश्रण को लिया करूंगा। लगातार इस मिश्रण के उपयोग से हमारे शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
यह मिश्रण डॉ योहाना वुडविग द्वारा तैयार किया है, डॉ योहाना का इस खोज के लिए छः बार नोबल पुरस्कार के लिए नामांकन हुआ।  डॉ योहाना के बारे मे जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करिए।

इस कैंसर विरोधी आहार का को डॉ योहाना ने 1952 मे ही तैयार कर लिया था। उन्होने दावा किया की इस क़ैसर विरोधी आहार को तीन महीने तक लगातार लेने वाले कुछ रोगियों जिनके की छोटे छोटे ट्यूमर थे, उनके सब ट्यूमर समाप्त हो गए और उन्होने उनके स्वास्थ्य मे बहुत अधिक लाभ महसूस किया। डॉ द्वारा तैयार किए इस आहार को बडविग प्रोटोकॉल कहा जाता है।
छः बार नोबल के लिए नामांकित हुई डॉ कहती हैं की की यह आहार ऐसे पोषक तत्वो का संयोजन है जो की क़ैसर को रोकता है और उसका उपचार करता हैं।

आइये जानते है की इस आहार को कैसे बनाया जाता है :-
एक कप कॉटेज पनीर और दो से पाँच बड़ी चम्मच अलसी का तेल (जो की कच्ची घाणी का हो) लेना है। कॉटेज पनीर और अलसी के तेल को अच्छी तरह मिलाना है, इससे पहले इसमे और कुछ नहीं मिलाना है। ये दोनों एक दुसरे मे अच्छी तरह घुल मिल जाने चाहिए।
जब यह मिश्रण क्रीमी हो जाये तब इसमे उबालकर ठंडा किए हुए थोड़े से पानी को मिलाएँ। उसके बाद सुनहरे अलसी के दानो की मिक्सर मे पीस लेना चाहिए और पीसते ही इस मिश्रण मे मिला देना चाहिए। आप एक से तीन बड़ी चम्मच तक अलसी के बीजों का मिश्रण ले सकते हैं। याद रहे की अलसी के बीजों का मिश्रण तभी तैयार करें जबकि आप उसको मिलाने वाले हैं। पहले से पीसा हुआ मिश्रण इसमे नहीं मिलाएँ।
नोट : अलसी का तेल काली बोतल मे रखा हुआ होना चाहिए जो की अंधेरे मे रखा हुआ हो और साथ ही इस तेल को फ्रिज मे रखना चाहिए। जब भी क़ैसर विरोधी आहार तैयार करने के लिए अलसी के तेल को निकाला जाये इसे पुनः तुरंत हवा बंद रहने (air tight) वाली काली बोतल मे रखना चाहिए।
इस मिश्रण मे कभी भी शक्कर नहीं मिलानी चाहिए।
थोड़े से शहद का उपयोग कर सकते हैं।
थोड़ी सी स्ट्राबेरी डाल सकते हैं।
थोड़ा सा लहसुन और लाल मिर्च डाल सकते हैं।
लेकिन यह सब मिलाकर मिश्रण बहुत क्रीमी होने चाहिए।
पनीर और अलसी के तेल को मिलाते समय उसे ब्लेंडर मे नहीं मिलाये, ब्लेंडर के उपयोग से इस मिश्रण मे बहुत सारी वायु जा सकती है जो की अलसी का आक्सीकरण कर सकती है।

रोज इस मिश्रण को थोड़ी मात्रा मे सुबह-शाम को लेना चाहिए। यह मोटापा कम करता है, कैंसर को रोकता और उसका इलाज करता है। 
इस आहार का उपयोग कई डॉक्टर करते हैं, आशा है की यह जानकारी लाभकारी सिद्ध होगी .....

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