Wednesday, September 23, 2015

कल्पना से बेहतर है पूछ लेना

आज तक के फोटोग्राफर ने हवाईजहाज चार्टर करने के लिए स्थानीय हवाई अड्डे फोन लगाया। 
उसे बताया गया की दो इंजन का हवाईजहाज हवाई अड्डे पर उसका इंतजार कर रहा है। 
हवाईअड्डे की पट्टी पर उसने घुरघुराता हुआ एक हवाईजहाज देखा। वो दौड़ा और झटपट उसमे बेग पटककर कर बैठ गया। बैठकर फुर्ती से दरवाजा बंद कर लिया। बैठते ही चिल्लाया "चलो चलें"। 
पाइलट ने आदेशानुसार हवाईजहाज को हवा मे उड़ा दिया। 
हवा मे जाने के बाद फोटोग्राफर ने पाइलट से कहा "राहुल गांधी की रैली के ऊपर हवाईजहाज को ले चलो। मुझे रैली के अलग अलग कौण से फोटो लेने हैं। 
पाइलट बोला "क्यूँ?"
"अरे भाई मैं आज तक  का फोटोग्राफर हूँ। मुझे रैली के कुछ अच्छे शॉट्स लेने हैं।" 
पाइलट हैरत मे आगया। थोड़ी देर चुप रहा, फिर बोला "तो इसका मतलब तुम ये कहना चाहते हो की तुम मेरे उड़ान प्रशिक्षक नहीं हो?"

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