Sunday, March 26, 2006
क्या किसी ने इसे देखा है?
यह ब्लेक एण्ड व्हाइट चित्र,
जो कि आप सभी ब्लॉगर भाई देख रहे हैं मेरे अभिन्न मित्र नितिन सोरल का है। जिसे हम सभी पिन्टु कह के बुलाते थे। अब 'थे' शब्द का प्रयोग होते ही आप सभी को अन्दाजा हो गया होगा कि आजकल पिन्टु हमारे साथ नहीं है। कहां गया ये हम नहीं जानते, इतना जानते हैं कि जहां भी गया होगा अपने यारों को भूला नहीं होगा। ये एक ही फोटो है जो मेरे पास मोजूद है, और ये फोटो तीन साल पूरानी है।
शहर छोड कर कहीं चला गया वो। जब तक साथ था बडा यारबाज था, अब हमें याद भी नहीं करता वो। जबकि हम सभी उसे बहुत याद करते है। जब भी उसकी याद आती है, दिल बैचेन हो जाता है। रात तक साथ था सुबह पता चला कि चला गया वो। आम बोलचाल में जिसे पक्का दोस्त कहते हैं, वही था वो।कुछ कारण रहे जिसकी वजह से उसे परिवार समेत शहर छोडकर जाना पडा। शहर छोड गया इसका गम नहीं है, गम है तो बस इतना कि कहां जा रहा है बता कर भी नहीं गया, इस विश्वास के काबिल नहीं समझा उसने हमें कि बता कर जाता। कम से कम एक फोन कर लेता यार। मगर आज तीन साल हो गये उसका कोई पता नहीं है।
पहले तो मैने सुना कि वो ग्वालियर में है। लेकिन अब पता चला कि वो जयपुर में हो सकता है। जब मेरे किसी मित्र ने उसे जयपुर में देखा तो मै दंग रह गया। मुझे आश्चर्य मिश्रित खुशी हुई।लेकिन फिर भी मैं उससे सम्पर्क नहीं कर पाया हूँ।
मैने यह ब्लाग इसलिये लिखा है कि शायद कोई इसे पढे, और किसी ने पिन्टु को देखा हो।इन्टरनेट शायद मेरी मदद कर सकता है।
मेरा अनुरोध है सभी ब्लागर भाईयों से कि यदी किसी ने पिन्टु को देखा हो तो मुझे अवश्य सूचित करें, और पिन्टु को बताएं कि कोटा शहर के यार अभी भी उसे प्यार करते हैं। और अभी भी उसके लिये हर कदम पर उसके साथ है। उसके लिये जान की बाजी भी लगा सकते हैं।
पिन्टु के बारे में1. ब्राह्मण परिवार
2. दुसरे नाम -- नितिन सोरल, नितिन शर्मा
3. मोटा शरीर
4. स्मार्ट फेस
5. पिता का नाम--- श्री हरीश शर्मा
पिन्टु के बारे में जरा सी भी जानकारी पर आभारी रहूंगा।
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