Thursday, April 20, 2006

लो मैं आ गया

मित्र की शादी से आने के बाद काफी अच्छा महसूस कर रहा हूँ। मगर कुछ भी हो मजा आ गया। मेरे जाने से लेकर आने तक ऐसे ऐसे वाकये( घटनाएं) हुई कि मेरा सफर अत्यंत मनोरंजक बन गया।
मेरे सफर की कहानी हंसी मजाक, रहस्य रोमांच से भरपूर है। कहानी काफी लम्बी है इसलिये मैं इसे अगली बार सुनाउंगा।

3 comments:

  1. विजय वडनेरेThursday, April 20, 2006 5:09:00 PM

    अरे यार...!!सिरीयल शुरु होने के पहले ही ऎड आ गये.ये तो बिल्कुल ऐसा लगा कि सिरीयल शुरु हुआ, टाईटल म्युझिक बजा, और फ़िर कह दिया कि शेष भाग अगले हफ़्ते.कुछ तो लिख देते.

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  2. Vijay Bhai,Comment pe comment karne ko ham pahli baar lalchaaye hain ....Barhiya hai "सिरीयल शुरु होने के पहले ही ऎड आ गये.ये तो बिल्कुल ऐसा लगा कि सिरीयल शुरु हुआ, टाईटल म्युझिक बजा, और फ़िर कह दिया कि शेष भाग अगले हफ़्ते." :-) mujhe bhi serial ka intjaar hai........Neeraj

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  3. नीरज भाई सीरीयल शुरु होगया ओर खत्म भी होगया, लो आप भी देख लो रिकार्डिंगयहां पर< HREF="http://myrajasthan.blogspot.com/2006/04/blog-post_27.html" REL="nofollow">मेरी यात्रा (ऐसा देश हे मेरा)<>< HREF="http://myrajasthan.blogspot.com/2006/04/my-journey.html" REL="nofollow">वो रहस्यमयी कोन था ??? (My Journey)<>< HREF="http://myrajasthan.blogspot.com/2006/05/harmful-oldman.html" REL="nofollow">खतरनाक बुढ्ढा (बुढ्ढों से सावधान) Harmful Oldman<>< HREF="http://myrajasthan.blogspot.com/2006/05/part-two-harmful-oldman.html" REL="nofollow">खतरनाक बुढ्ढा Part Two (बुढ्ढों से सावधान) Harmful Oldman<>जरूर पढें।

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