Wednesday, January 27, 2010

नए मिले सुर मेरा तुम्हारा में वो बात नहीं

२६ जनवरी को मिले सुर मेरा तुम्हारा का पुनः निर्माण फिर मिले सुर देखा बहुत अच्छा लगा देखकर. बचपन याद आगया. जिस तरह फिल्मों के गाने जुबान पर रहते है उसी तरह ये गाना था . पूरा गाना कंटस्थ याद था. गाने में कई भाषाओं का समावेश किया गया था लेकिन उन भाषाओँ का ज्ञान न होते हुए भी पूरा गाना याद रहता था . सोलह मिनट का गाना हर बार बैठकर देखते थे.

 अब बीस सालों बाद उसका दोबारा निर्माण हुआ बहुत अच्छा लगा. लेकिन उसमे वो बात नहीं. मैं नए गाने की बुराई नहीं कर रहा हूँ. मुझे गाना बहुत अच्छा लगा है . नए कलाकारों और सितारों के साथ गाना खूब अच्छा बन पड़ा है. नए सितारे खूब फब भी रहे हैं. लेकिन पता नहीं क्या बात है जिस तरह उस गाने को सुनकर देखकर जो ख़ुशी महसूस  होती थी वो इस बार नहीं हुई, मन को उस तरह छू नहीं पाया नया गाना.
फिर भी गाना अच्छा बना है
मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा 



3 comments:

  1. Bhai Puraane zamaane ki baat aur hai. Magar kahi thoda sa nayaa bhee to jaruri hai,

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  2. mai to yougal ke bat se puri tarah sahmat hu. naya gana and picturization bahut umda hai lakin wo pehle wali bat nadarat hai. aisa lag raha hai ke jaisa ke purane hit melodies ko naye videos ke sath paros diya jata hai waisa he kuch ho gaya hai

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  3. युगल आपने बिलकुल सही लिखा कि इसमे वो पहले जैसी बात नहीं है इसमे कुछ पुराने कलाकारों का भी समावेश होना चाहिए था और इसमें सचिन जैसे महान खिलाडी को भी नजर अंदाज किया गया है जो कि देश का गोरव है और भी कई बड़ी हस्तियों को शामिल नहीं किया

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