मेरी बेटी की कविता
चमकू चमकू छोटा तारा
देखो कितना गजब का तारा
इस दुनिया में सबसे ऊँचा
हीरे जैसा प्यारा तारा
जेक्वा और जिलवा
गए ऊपर हिलवा
पनिया भरण के वास्ते
पनिया भरण के वास्ते
जक्वा गिर गवा
उसका माथा फट गवा
जक्वा गिर गवा
उसका माथा फट गवा
जिलवा आये लुढकन पुरे रास्ते
आय हाय ... का खूब लिखिस
ReplyDeletedhanyawad
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