एक ब्लॉग की शुरुआत करना बहुत आसान है, परन्तु बिना लक्ष्य के ब्लॉग को लगातार चलाये रखना अत्यधिक कठिन कार्य है. यहाँ मैं यह नहीं कह रहा हूँ की एक ही मुद्दे पर लिखते रहो, आपके लक्ष्यों में परिवर्तन हो सकता है. परन्तु आपके ब्लॉग का कुछ न कुछ लक्ष्य तो होना ही चाहिए. सामान्यतया कोई भी अपना ब्लॉग आरम्भ करता है तो वह उसमे लिखे जाने वाले विषय व मुद्दों के बारे में सोचकर ही उसका आरम्भ करता है.
ब्लॉग से होने वाली आय, पाठकों की संख्या, टिप्पणियों की संख्या के बारे में कभी भी परेशान नहीं होना चाहिए. ये तो सब बस आपको बताते हैं की आप अपने लक्ष्य के कितना करीब हैं. लक्ष्य हमारा ध्यान बढ़ाने में सहायता करते हैं. अच्छा केंद्र बिंदु आपको लगातार एक ही प्रकार की तरह से लिखने को प्रेरित करता है, जिस प्रकार आजकल मैं ब्लोग विद्या के बारे में लिखता हूँ. हमारा केंद्र बिंदु निश्चित होने के कारण हमें हमारा विषय चुनने में परेशानी नहीं होती.
ब्लोगिंग के कुछ लक्ष्य
किसी भी विषय पर सबसे पहले पोस्ट करने की चाहत (Breaking News)
किसी विषय में अपने आपको विशेषज्ञ साबित करना
वास्तव में जब भी आप ब्लॉग लिखें आपका लक्ष्य हमेशा आपके ध्यान में रहना चाहिए. इससे आपके दिमाग में लगातार नये विषय आते रहेंगे. क्योंकि कोई भी ऐसा ब्लॉग नहीं पढना चाहता जो की नया न लिखता हो. तो मेरे कहने का मतलब सिर्फ यह है की ब्लॉग लिखने का हमारा कुछ न कुछ लक्ष्य ज़रूर होना चाहिए.
तो चलो बताइए आप ब्लोगिंग क्यों करते हैं, आपका लक्ष्य क्या है ??????
भाई, जो लक्ष्य आपने इंगित किये हैं वे शायद पत्रकारों पर ज्यादा मुआफिक बैठें.
ReplyDeleteमेरी समझ में लोग इस नए माध्यम में अपने को अभिव्यक्त करना चाहते हैं. बस यही ब्लौगिंग करने का मुख्य कारण है. इस विषय पर ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी चाहिए.
यह बात भी गौर करने लायक है कि अधिकांश लोगों का उत्साह कुछ पोस्टों के बाद काफूर हो जाता है.
यहाँ वही जमे रह सकता है जो या तो मौलिक हो, या चोरी की पोस्टों से घर भरता हो.
चर्च,मंदिर,स्कूल या सरकारी दफ़्तर के गेट पर कई बार कुछ-कुछ हर रोज़ लिख दिया जाता है, यह सोचकर कि शायद आने जाने वाले उन्हें पढ़कर पालन करते होंगे. न पढ़ने वालों या पढ़कर भी पालन करने वालों की अपनी मर्ज़ी, लिचने वाले की अपनी मर्ज़ी.
ReplyDeleteब्लाग भी यही है, सुबह अपने घर के बाहर आए दीवार पर कुछ लिख गए. किसी ने पढ़ा पढ़ा, या न पढ़ा. मिटाया दोबारा लिख दिया.
प्रिय युगल जी,
ReplyDeleteसबसे पहली बात तो ये कि आपके ब्लोग का टैम्पलेट और साज़ सज्जा बेहद खूबसूरत है । ब्लोग्गिंग में आने के यूं तो सबके अपने अपने उद्देश्य हैं कईयों के नहीं भी हैं शायद , और ब्लोग्गिंग का चरित्र ही कुछ इस तरह का है इसलिए ये स्वाभाविक भी है ,मगर आपने दो बहुत ही अच्छे उद्देश्य दे दिए सबको । बहुत बहुत आभार ।
मैं क्यों करता हूं ब्लोग्गिंग ....बाप रे टिप्पणी में इस बात को बता पाना मुश्किल है .....हा हा हा ..पोस्ट ही लिखनी पड जाएगी ...।शुक्रिया
सही कहा आपने , लक्ष्य निर्धारीत तो होना ही चाहिए ।
ReplyDeletenice
ReplyDeleteआपका ब्लॉग ज्ञान का भण्डार है, मैं जल्द ही अपना हिंदी ब्लॉग आरम्भ करूँगा
ReplyDeleteवाकई में आपने सही बताया है ब्लोगिंग के दो ही लक्ष्य है या तो पैसा कमाना या फिर अपनी बात लोगों तक भेजना सब कुछ इसमें ही है,
ReplyDeleteअच्छी एवं उपयोगी जानकारी
बिना किसी उद्देश्य के ब्लोगिंग करते ४ साल हो गए हैं.. देखिये शायद आगे कुछ उद्देश्य निकल आये.. और हाँ, कम से कम अभी तक कुछ भी कठिन नहीं लगा है.. :)
ReplyDeleteसभी सुधि पाठकों का आभार
ReplyDeleteनिशांत जी पत्रकारिता और ब्लोगिंग के ऊपर जल्दी ही एक पोस्ट लिखूंगा.
काजल कुमार जी ब्लॉग पर टिपण्णी का धन्यवाद.
आज अजय कुमार जी का जन्म दिन भी है तो सबसे पहले तो उन्हें जन्मदिन की बधाई, अगर पहले पता होता तो वार्तालाप के दौरान बधाई देता.
सदभाव जी! आपके ब्लॉग की प्रतीक्षा रहेगी, मेरा ब्लॉग ज्ञान का भंडार नहीं है, पूर्णतया मौलिक नही नहीं है, मैंने नेट सर्फिंग के दौरान प्राप्त हुई जानकारियों को प्रस्तुत भर किया है.
प्रशांत जी, मिथलेश जी, सुमन जी रविन्द्र जी आपका आभार.
हम्म.. दुबारा सोचना पड़ेगा ।
ReplyDeleteब्लॉगिंग का हमारा उद्देश्य है सकारात्मक विचारों का प्रस्फुटन और वैज्ञानिक चेतना का प्रसार।
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बूझ सको तो बूझो- कौन है चर्चित ब्लॉगर?
पत्नियों को मिले नार्को टेस्ट का अधिकार?
मेरा उद्देश्य पढ़े -लिखों के बीच से अंध विश्वाश का उन्मूलन या फिर इसका विरोध समझ लीजिये.
ReplyDeleteदुबारा स्वागत है.